जलजला मुतास्सरीन की मदद के लिए भारती मुसलमान हर तरह से खड़ा है, हज़रत सैय्यद मुईन मियां।
मसाजिद के ट्रस्टीयां वा आईंमे ज्याद से ज्यादा तुर्की भाइयों की मदद करें जैसा कि वह हमेशा करते रहें हैं।अल्हाज़ सईद नूरी
मुंबई 7 (प्रेस रिलीज़) फरवरी 2023तुर्की शाम लेबनान के अलावा उर्दन इराक़ में कयामत खेज़ जलजला में होने वाली जानी नुकसान पर मुनअकदह दुआईया निशस्त बामुकाम सुन्नी बिलाल मस्जिद छोटा सोना पुर में इज़हार ए ताजियत पेश करते हुए आल इंडिया सुन्नी जमीयतुल उल्मा के सदर बावकार मुईन अल माशा यख हज़रत मौलाना सैय्यद मुईनुद्दीन अशरफ अशरफी अलजीलानी ने कहा कि
तुर्किया वा शाम के कयामत खेज़ जलजला ने आलमे इस्लाम को शदीद रंज वा आलम में डाल दिया है। आप ने भारती मुसलमानो की तरफ से इज़हारे अफसोस करते हुए कहा कि,
हमारे दिल तुर्की वा शाम समेत तमाम जलजला जदह मुमालिक में बसने वाले भाईयों के लिए धड़कता है, मुश्किल की इस घड़ी में तमाम हमदर्दीयां और दुआएं तुर्की वा शामी भाईयों और बहनों के लिए हैं।
सैय्यद मुईन मियां ने आलीमे इस्लाम से से जोर देकर कहा है कि
कल तक तुर्की हर एक की मदद करता रहा है आज जब उस पर मुसीबत टूट रही पड़ी है तो यह हम सब की जिम्मेदारी बनती है कि हम तुर्की वा शाम की हर मुमकिन मदद करें। आखिर में हज़रत मुईन अल मशायख ने सुन्नी बिलाल मस्जिद में तकरीब फातिहा ख्वानी वा खत्म कादिरिया कबीर के बाद मुसल्यान वा तलबा के मजमा कसीर में नम आंखों से रब के हुजूर तुर्की के मुसलमानो के लिए दुआए खैर की और जान बहक होने वालों के लिए दुआए मगफीरत
इस मौके पर रजा अकैडमी के बानी वा सरबराह कायदे मिल्लत अलहाज मोहम्मद सईद नूरी साहब ने कहा की तुर्की व शाम में जो कयामत सुगरा बपा है वह बहुत तकलीफ दा है फलक बाेस इमारतैं ताश के पत्तों की तरह बिखर गई हजारों अफराद लुकमा अजल बन गए हजार अफराद मलबे में दबे हुए हैं जिनकी बर वक्त मदद की जानी बहुत जरूरी है आपने मज़ीद कहा कि तुर्की व शाम से तबाही की दिल दहलाने वाली जो तस्वीरें आ रही है वह बहुत ही दर्दनाक है छोटे-छोटे बच्चों की लाशों को देखने के बाद दुनिया भर के लोगों की आहें निकल रही है उन्होंने मजीद कहा कि हम दुनिया भर की हुकूमताें से अपील करेंगे वह आफत ज़दा मुमालिक की दिल खोलकर तआउन का हाथ बढ़ाएं वक्त का यही तकाजा है की आलम ए इस्लाम इस सिलसिले में आगे आए मुसीबत में फंसे हुए अपने भाइयों को मदद का यकीन दिलाएं नूरी साहब ने मजीद कहा कि हम अपनी हिंदुस्तानी गवर्नमेंट से मुतालबा करते हैं कि वह हमेशा की तरह मुसीबत ज्यादा मुमालिक की हर मुमकिन मदद करें जैसा कि हिंदुस्तान उन मुलकाें की मदद के लिए हमेशा से आगे खड़ा रहा है जिन मुमालिक में आसमानी या अर्जी आफात रुनुमा हुए हैं हिंदुस्तान की यह पुरानी रीत रही है कि इसने बगैर किसी भेदभाव के हमेशा मदद करता चला आया है तुर्की लेबनान शाम वगैरा की मुसीबत की इस घड़ी में आगे आकर इजहारे हमदर्दी पेश करते हुए मुकम्मल तौर से उन मुल्कों का ताउन करें हमें उम्मीद है कि हिंदुस्तान जरूर इस मामले में अपनी तवज्जो मर्कुज़ करेगा ,
तुर्की कोंसलेट के जिम्मेदारान ने दुःख की इस घड़ी पर साथ देने के लिए रजा एकैडमी वा आल इंडिया सुन्नी जमीयतुल उल्मा का शुक्रिया अदा किया।
वफद में हज़रत मौलाना अमानुल्लाह रजा, हज़रत मुफ्ती आबिद रजा मिस्बाही पूना, अल्हाज मुहम्मद इब्राहीम ताई, नाजिम ख़ान रजवी , मुस्तफा रजा अमन मियां वगैरह शामिल थे।