इंसान वा जिन्नात तमाम मिल कर भी कुरआन के मिस्ल नही ला सकते, अल्हाज़ मुहम्मद सईद नूरी रज़ा एकेडमी वा आल इंडिया सुन्नी जमीयतुल उल्मा ने उल्माए कराम वा टरस्टियाने मसाजिद का शुक्रिया अदा किया।
मुंबई 3 फरवरी स्वीडेन, हालैंड समेत दीगर इस्लाम दुश्मन मुल्क में जिस तरह से कुरआन सूज़ी के वाकेयात पेश आए हैं उस्से पूरी उम्मते मुसलिमा में हेजानी कैफियत पैदा हो गई है।
हर चहार जानिब से एहतेजाज वा मुज़ाहिरा के बावजूद भी अब तक नाही स्वीडेन हुकूमत ने माफ़ी मांगी है नाही मलऊन रासमोस पोलोडॉन ने अपनी तरफ से इज़हारे अफसोस किया, मज़ीद उस ने इसी तरह की खबासत हालैंड डेनमार्क वगैराह में भी की। जिससे साफ ज़ाहिर है कि वह इस्लामो फोबिया का शिकार हैं।
स्वीडन के खिलाफ हमारे मुल्क भारत में भी रज़ा एकेडमी वा आल इंण्डिया सुन्नी जमीयतुल उल्मा की जानिब से मुसलसल अहतेजाज दर्ज कराया जा रहा। मज़ीद आलमी सतह पर अपनी आवाज़ को पहुंचाने के लिए दिनों तंजीमो ने मुल्क गीर सतह पर यौमे अज़मते कुरआन मनाने का ऐलान किया था जिस का असर पूरे मुल्क में नज़र आया।
तमाम मसाजिद में आइम्मा ए कराम ने स्वीडन की कुरआन सूज़ी के मज़म्मत करते हुए ज़बरजस्त अंदाज़ में अज़मते कुरआन पर खिताब किया। योमे अज़मते कुरआन की तारीख़ साज कामयाबी पर कायद मिल्लत अल्हाज मुहम्मद सईद नूरी साहब बानी रज़ा एकेडमी ने कहा कि,
आज जिस तरह से आइम्मा ए मसाज़िद ने अज़मते कुरआन करीम की अज़मत वा हुरमत पर कुर्बान होने को तैयार बैठे है।आप ने मज़ीद कहा कि दस दिन से ज़ाएद गुज़रने के बावजूद अब तक स्वीडेन पागलपन का शिकार है। उसे चाहिए कि वक्त रहते ही अपना इलाज करवाए, वह मुसलमानो के जज़्बात से खिलवाड़ बंद करके फोरी तौर पर लेफ्ट लीडर रासमूस को गिरफ्तार करके और उस की पार्टी को ब्लैक लिस्ट में शामिल करके इलेक्शन पर पाबंदी आयद करे। आखिर में कायिद मुहतरम ने ललकारते हुए कुरआने करीम की हक्कानियत पर कहा कि,
यह वह अज़मत वा रीफअत वाली किताब है कि इंसान वा जिन्नात मिल कर भी उस का मिसल नही ला सकते।
मुल्की सतह पर मुनअकद योमे अज़मते कुरआन में शामिल एक अहम प्रोग्राम जोके तिलावते कुरआन से मुनस्लक था कि उल्मा गेट वे आफ इंडिया से कश्ती में सवार होकर महफ़िले तिलावत कुरआन करेंगे।
अफसोस गेट वे आफ इंडिया पर वज़ीरे आला शिंदे वा नायब वज़ीरे आला फडनवीस की मौजूदगी की वजह से पोलिस इंतजामिया ने मंसूख कर दिया जबकि हजारों की तादाद में सयाह वहां सीर वा सियाहत कर रहे हैं मगर पुर अमन तरीके से मुनअक्कीद महफिले तिलावत कुरआन को पोलिस ने नही होने दिया उस के बावजूद भी शहर वा मज़ाफात की सैकड़ो मसाज़ीद में कामयाब योमे अज़मते कुरआन की आताअत मोसूल हुई हैं।
सुन्नी बिलाल मस्जिद शिकार जी स्ट्रीट के खतीब वा इमाम कारी मुश्ताक अहमद तेगी ने अपने बयान में कहा कि कुरआन करीम वह मुकद्दस किताब है जो हर दौर में बसने वाले लोगों के लिए राहे हिदायत है, लिहाजा इस मुकद्दस कलाम की बेहुरमति सरकशी इंसान ही कर सकते हैं।हांडी वाली मस्जिद मुंबई 3 में शहजादा शेर मिल्लत मौलाना ऐजाज अहमद कश्मीरी ने खुलकर स्वीडन को इंतबाह की है कि वह अपनी हरकतों से बाज आ जाए मुसलमानो के सब्र वा इस्तकामत का इम्तेहान न ले।हमारा रिश्ता कुरआन करीम से ईमानी है हम मर जाना पसंद करेंगे लेकिन अजमत कुरआन वा नामूस मुस्तफा सल्लल्ला हो अलेहे वसल्लम पर आंच नहीं आने देंगे।
बिस्मिल्लाह मस्जिद गोंडवी के खतीब वा इमाम मुफ्ती कैसर हसन बरकाती ने कहा कि कुरआन करीम एक आफाकी किताब है जो कभी भी मिटाई नही जा सकती है बल्कि दुश्मन कुरआन खुद ही निस्त वा नाबूद हो जाते हैं हजरत मुफ्ती मंजर हसन अशरफी ने कहा की जमाने से चला आ रहा है कि यहूदाे नसारा मुसलमानों को मुशतअल करने के लिए आप आकाए दो जहां सल्लल्लाहाे अलेही वसल्लम या मुकद्दस किताब कुरान ए करीम पर हमला आवर होते हैं कभी अजमत ए रसूल सल्लल्लाहाे अलेही वसल्लम पर कीचड़ उछालने की मजमूम कोशिश करते हैं तो कभी तोही ने कुरान करते हैं
ताकि मुसलमान जज्बात से लबरेज होकर सड़कों पर निकल आए और इसे मुस्लिम दुश्मन मीडिया आतंकवादी से जोड़ देलेकिन हमें यकीन है कि यह गुस्ताख कभी भी अपने नापाक अज़ाएम की तकमील नहीं कर पाएंगे
हजरत मौलाना अब्बास रिजवी ने भी अपने खिताब में कहा कि हमें मुस्लिम मुमालिक के सरबराहान पर अफसोस होता है कि अब तक उन लोगों ने सिवीडन के खिलाफ सख्त एक्शन क्यों नहीं ली अगर वह फ्रांस की गुस्ताखी पर उसे घुटने टेकने पर मजबूर कर सकते हैं तो सिवीडन तो शैतानों का बगल बच्चा है अब तक इस पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई हजरत मौलाना मोहम्मद उमर निजामी जनरल सेक्रेटरी जमीअत उलमा ए अहले सुन्नत मुंबई ने कहा कि हम सबकी मुश्तरका जिम्मेदारी है कि हम घर-घर तक क़ुरानी तालीमत को पहुंचाएं ताकि उलूमे क़ुरानी से मोहब्बत पैदा हो हजरत मौलाना जफरुद्दीन रज़वी ने कहा की याेमेअज़मते कुरान मना कर रजा अकैडमी ने अवाम उननास का रिश्ता क़ुरआने करीम से जोड़ने की कोशिश की है इसका असर आल्मी सतह पर नजर आएगा और अब मुस्लिम मुमालिक में भी एहतजाज़ को लेकर तेजी पैदा हाेगी इसके अलावा मुंबई शहर व मजाफात के दीगर मसाजिद में अजमत ए कुरान पर मुदलल मुफस्सल बयान किया गया
माैसुला रिपोर्ट के मुताबिक जिन मसाजिद के नाम हम तक पहुंच रहे हैं वह इस तरह से हैं सुन्नी बिलाल मस्जिद छोटा सोनापुर ,दारुल उलूम महबूब सुभहानी कुर्ला कथरी मस्जिद पाय दुनी बिस्मिल्लाह मस्जिद गोंडी ,चिश्तिया मस्जिद घाटकोपर ,राजा जामा मस्जिद मोलईन गुलशन ए बगदाद चीता कैंप गौसिया मस्जिद श्रीराम पाड़ा भांडुप सुन्नी नई मस्जिद गड़प देव
सुन्नी अंजुमन मोहम्मदिया मस्जिद पाइप रोड कुर्ला ,सुन्नी मोहम्मदिया मस्जिद जकरिया कंपाउंड सोनापुर भांडुप ,गौसिया मस्जिद नित्यानंद नगर घाटकोपर ,सुन्नी इस्लामिया मस्जिद चीता कैंप ,सुन्नी मोहम्मदिया मस्जिद हलाव पूल कुर्ला ,गौसिया मस्जिद कुर्ला आलाहजरत मस्जिद मरवल नाका ,हांडी वाली मस्जिद चोर बाजार मक्का मस्जिद दरगाह शरीफ घाटकोपर के अलावा सुब महाराष्ट्र और मुल्क की मसाजिद में अजमत ए कुरान पर उलमा किराम और अइममै मसाजिद ने भरपूर रोशनी डाली