कौन हैं ये नफरतों के बीज बोने वाले पहचानो इनको : अमोल मीटकरी
बाड़ेगाँव (बालापुरा) में राष्ट्रीय एकता, अमनो मोहब्बत, देश को नफरतों से बचाओ और एकता के पैगाम को आम करो,इस टॉपिक पर हज़ारों हिन्दू मुस्लिम का शानदार प्रोग्राम, संत महंत,मौलवी और नेता सब एकसाथ नज़र आए, इस मौके पर प्रमुख वक्ता मुस्लिम धर्मगुरु जलगांव खानदेश से आए मुफ़्ती हारून नदवी ने तमाम हिन्दू मुस्लिम को नसीहत करते हुवे कहा की इस वक़्त नफरतों के बीज बोए जा रहे हैं,धर्म का लुबादा पहने हुवे अधर्मी आतंकी खून खराबे वाली बातें की जा रही है, हथियारों के उठाने की बातें की जा रही हैं, सुनो जो लोग धर्म का लुबादा पहने आतंकवादी नफरती ज़ुबान बोले, हिन्दू मुस्लिम को बांटने का काम करे वो धर्मगुरु हो ही नहीं सकता, क्योंकि धर्म बैर नफ़रत खून खराबा नहीं सिखाता, ऐसे ज़हरीले साँपो को पहचानो, दोनों समाज में कुछ ज़हरीले साँप हैं इनको पहचान्ना और इनके फनों को कुचलना हम सबका काम है, हुकूमत तो इनको दूध पिला कर पालने का काम कर रही हैं, आम जनता को जागना होंगा और अपने प्यारे देश को बचाना होंगा, जिन लोगों का इस देश की आज़ादी में कोई हिस्सा नहीं हैं और उस वक़्त के अंग्रेज़ों के वफ़ादार रहे हैं वो आज देश के हिस्सेदार ही नहीं मालिक बन गए हैं और अंग्रेज़ों की लड़ाओ और राज करो वाली पॉलिसी इस्तेमाल कर रहे हैं, हमको समझना होंगा, इस मौके पर विधायक अमोल मिटकरी ने अपने अनदाज़ में नफरत फैला कर राज करने वालों पर जमकर हमला किया, मोदी जी अमित शाह और भाजपा की लड़ाओ और राज करो वाली पॉलिसी को निशाना बनाया, मुसलमानों की इस मुल्क के लिये क़ुराबनियों उनके बलिदान का ज़िकर किया और शिवाजी महाराज और मुसलमानो का रिश्ता कितना गहरा था उसका तफसील से ज़िक्र किया,शिवसेना के बालापुर मतदार छेत्र के विधायक नितीन देशमुख ने भी राष्ट्रीय एकता पर बात की, न्यानेश्वर महाराज, राजेश पाटिल और बौद्ध धर्मगुरु भंते जी ने भी प्यार मोहब्बत अमनो अमन का पैगाम दिया, बालापुर के मुफ़्ती हनीफ साहब क़ास्मी ने देश की आज़ादी में मुसलमानो और खुसूसन उलामा की क़ुर्बानी का ज़ोरदार तफसीली ज़िक्र किया और पूरी तारीख़ बयान की,आखिर में मुफ़्ती हारून नदवी की ही दूआ पर ये शानदार प्रोग्राम ख़तम हुवा, इस प्रोग्राम की अध्यक्षता मौलाना मतीन मज़ाहिरी साहब अमरावती ने की और शानदार सूत्र संचलन मौलाना इस्माइल साहब बालापुरी ने किया, ये शानदार प्रोग्राम समस्त मुस्लिम समाज वाड़ेगाँव ने सजाया था, जो बहोत कामियाब रहा,हज़ारों की तादाद में हिन्दू मुस्लिम शरीक हुवे और राष्ट्रीय एकता का एक अच्छा सन्देश जो इस समय ज़रूरी है वो सन्देश बहोत अच्छे तरीके से आम हुवा..
Beshak Haq Baat hai
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